Patna-Sasaram Greenfield Expressway: बिहार का विकास अब बहुत तेजी से हो रहा है बिहार में प्रत्येक वर्ष नए-नए प्रोजेक्ट आते रहते हैं और हाल फिलहाल में पटना बिहार एक्सप्रेसवे से बना रहे कॉरिडोर से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि बिहार एक्सप्रेसवे बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है और इसी से जुड़ी हुई कॉरिडोर ग्रीन फील्ड का निर्माण हो रहा है लेकिन इसमें कुछ समस्या आ रही है और इसमें डीएम के आदेश के अनुसार क्या बदलाव हुए हैं आज हम आपको अपने आर्टिकल के माध्यम से संपूर्ण जानकारी डिटेल में बताएंगे बस आपके संपूर्ण जानकारी पढ़ना है और आपको इस परियोजना की एक-एक जानकारी इसी आर्टिकल में देखने को मिलेगी जानेंगे क्या है गड़बड़ी और क्या है जमीन का मामला..?
पटना-सासाराम ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे – संक्षिप्त जानकारी
कार्य | मुख्य बिंदु |
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परियोजना विवरण | बिहार में 120 Kilometer लंबा Greenfield Expressway Four-Lane के रूप में बनाया जा रहा है |
निर्माण लागत | ₹3712 Crore की लागत से Hybrid Annuity Model (HAM) के तहत निर्माण हो रहा है |
भूमि अधिग्रहण | 54 Revenue Villages में से 48 Villages में Land Acquisition की प्रक्रिया पूरी हो गई है |
मुआवजा वितरण | Bhoomi Rashi Portal के माध्यम से किसानों को ₹6 Crore का Compensation दिया जा चुका है |
तकनीकी समस्या | भोजपुर जिले में Technical Issues और Documents की गड़बड़ी के कारण DM का निरीक्षण हुआ |
मार्ग विवरण | Sadisopur से शुरू होकर Sone River को पार करते हुए पटना शहर में प्रवेश करेगा |
कनेक्टिविटी | NH-19, NH-319, NH-922, NH-120 समेत कई National और State Highways से जुड़ेगा |
प्रभावित क्षेत्र | तरारी, चरपोखरी, गड़हनी, उदवंतनगर और कोईलवर जैसे Five Blocks से गुजरेगा |
लाभार्थी जिले | पटना, भोजपुर, सासाराम, रोहतास और अरवल जिलों के बीच Direct Connectivity मिलेगी |
आर्थिक प्रभाव | Interstate Travel में Time Saving और Fuel Efficiency से Business Development होगा |
DM करेंगे निरीक्षण भोजपुर में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में आई तकनीकी अड़चन
बिहार में कोई भी सरकारी काम होता है तो उसमें कुछ न कुछ उतार चढ़ाव तो होता रहता है इसीलिए तो इसे बिहार बोलते हैं, चलिए जानते हैं नई जानकारी क्या है..? Bihar Expressway Update बिहार में तेजी से हो रहे Infrastructure विकास के तहत पटना से सासाराम तक बनने वाले Greenfield Expressway से जुड़ी अहम जानकारी सामने आई है। भोजपुर जिले में Land Acquisition से जुड़ी दिक्कतों के चलते इस महत्वपूर्ण Project की गति धीमी पड़ रही थी। लेकिन अब DM की सक्रियता से इस समस्या का Solution निकाल लिया गया है।
पटना-सासाराम Greenfield Corridor के निर्माण में सबसे बड़ी चुनौती Land Acquisition की रही है। भोजपुर जिले के छह Revenue Villages में कागज़ी गड़बड़ियों और Technical Issues के चलते किसानों को Compensation देने में देरी हो रही थी। कई मामलों में जमीन के Documents और वास्तविक कब्जेदार के नाम में अंतर था, जिससे Payment में रुकावट आई। इस विषय में प्रशासन ने Directorate से मार्गदर्शन मांगा था और अब Resolution निकाल लिया गया है। अगर यह रुकावट नहीं आएगी तो जल्दी-जल्दी इसका सॉल्यूशन निकालने के बाद आपको कॉरिडोर का उद्घाटन देखने को मिलेगा!

पटना में नया प्रोजेक्ट 120 किलोमीटर लंबा होगा नया फोरलेन हाईवे
जैसा आपको बताया कि पटना में नया-नया प्रोजेक्ट बहुत तेजी से आ रहा है और इसी वजह से सरकार पटना को बहुत नंबर 1 बनाना चाहती है इसीलिए पटना से सासाराम तक बनने वाला Greenfield Expressway लगभग 120 Kilometer लंबा होगा, जो Sadisopur से शुरू होकर भोजपुर के कई इलाकों से गुजरेगा। इस फोरलेन सड़क का निर्माण तेज़ी से चल रहा है, जिससे क्षेत्र की Connectivity बेहतर होगी। इस Project से सासाराम के Suara तक की यात्रा सुगम होगी। यह सड़क भोजपुर के पांच अंचलों से होकर गुजरेगी, जो Infrastructure Development के लिए अहम है।
इस Corridor से प्रभावित छह Revenue Villages में चरपोखरी के Madhuri, तरारी के Dumariya, Mahesh Deeh, Kiratpur और उदवंतनगर के Arouda, Asni जैसे गांव शामिल हैं। जमीन अधिग्रहण के बाद किसानों को Compensation देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 54 में से 48 गांवों में प्रक्रिया पूरी हो गई है और Land Portal पर डाटा अपलोड कर दिया गया है। अब किसानों के खातों में मुआवजा राशि पहुंचने लगी है, जिससे निर्माण कार्य को गति मिलेगी। बन रहे इस 120 किलोमीटर लंबे हाईवे में 48 से 54 गांव की जमीन जाएगी और सबको मिलेगा मुआवजा और किसान होंगे खुश.!
सरकार ने अब तक 6 करोड रुपए का मुआवजा किसानों को दिया भूमि राशि पोर्टल के रिपोर्ट
बिहार सरकार ने Bhoomi Rashi Portal के अनुसार अब तक किसानों को 6 करोड रुपए दे चुकी है, पटना-सासाराम ग्रीनफील्ड कॉरिडोर के तहत भोजपुर जिला परियोजना में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अब लगभग पूरी हो चुकी है। भू-अर्जन कार्यालय द्वारा जिले के 54 में से 48 राजस्व गांवों में अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इसके बाद मुआवजा की राशि को Bhoomi Rashi Portal पर अपलोड कर किसानों के खातों में ट्रांसफर किया गया है। अब तक लगभग 6 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरण हो चुका है। इससे जुड़ा कार्य DM तनय सुल्तानिया की निगरानी में संपन्न हुआ, जिन्होंने सभी जमीन मालिकों को समय पर नोटिस भेजवाया और बिहार सरकार द्वारा निर्धारित दरों पर मुआवजा तय किया।
जैसे ही मुआवजा वितरण का कार्य पूरा होगा, वैसे ही इस ग्रीनफील्ड फोरलेन निर्माण की गति और तेज़ हो जाएगी। इस पटना से सासाराम एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई लगभग 120 किलोमीटर है, और इसकी कुल लागत 3712 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह बिहार सड़क परियोजना राज्य के प्रमुख रोड इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में अहम भूमिका निभाएगी। यह फोरलेन नेशनल हाईवे से कनेक्ट होकर उत्तर प्रदेश और झारखंड तक की यात्रा को आसान बनाएगा। अगर किसी भी भूस्वामी को मुआवजा राशि को लेकर आपत्ति है, तो वह संबंधित अथॉरिटी में अपील कर सकता है। जिन-जिन किसानों को उनके जमीन के बदले पैसे नहीं मिले हैं जल्दी से जल्द उनको पैसे ट्रांसफर कर दिए जाएंगे किस हमेशा अपने अपडेट देखते रहें!
पटना-सासाराम ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे: हाईवे कनेक्टिविटी का नया Hybrid Annuity Model
लीजिए आपको नया अपडेट के रूप में देखने को मिल रहा है कि Hybrid Annuity Model होगा तैयार..! पटना से सासाराम तक बनने वाला नया four-lane expressway तरारी, चरपोखरी, गड़हनी, उदवंतनगर और कोईलवर होते हुए Sone River को पार कर पटना शहर में प्रवेश करेगा। यह सड़क कई national highways और state highways से जुड़ जाएगी, जिनमें प्रमुख हैं: NH-19, NH-319, NH-922, NH-120, NH-131G, SH-12, SH-102, SH-2, और SH-81। इसके बनने से पटना, भोजपुर, सासाराम, रोहतास और अरवल जिलों के बीच तेज़ और सीधी connectivity सुनिश्चित होगी।
इस infrastructure project का निर्माण Hybrid Annuity Model (HAM) के तहत किया जा रहा है। इसके पूरा होने से बिहार से उत्तर प्रदेश और झारखंड जैसे राज्यों की यात्रा सुगम होगी। यह interstate expressway यात्रियों को time saving और fuel efficiency का लाभ देगा, जिससे विकास की रफ्तार और तेज़ हो सकेगी। और इस हाईवे का निर्माण होने की वजह से बिजनेस करने वाले सभी व्यापारियों को बहुत लाभ होने वाला है क्योंकि यहां पर ट्रक हो या बड़ी गाड़ी बहुत ही आसानी से चलेगी!
निष्कर्ष:
पटना-सासाराम ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण बिहार के विकास में एक बड़ा कदम साबित होगा। प्रशासनिक प्रयासों और किसानों के सहयोग से भूमि अधिग्रहण की बाधाएं अब दूर होती दिख रही हैं। यह परियोजना न सिर्फ बिहार की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी, बल्कि आर्थिक विकास के नए रास्ते भी खोलेगी।
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