Gorakhpur–Sahjanwa Flyover Update: प्रोजेक्ट को लेकर अब एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। गोरखपुर–लखनऊ Fourlane के बोक्टा से सहजनवां तक प्रस्तावित Elevated Flyover को केंद्र सरकार से औपचारिक मंजूरी मिल गई है। इस परियोजना पर लगभग 700 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिससे इस रूट पर लगातार लगने वाले जाम से स्थायी निजात मिलेगी। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री Nitin Gadkari ने इस संबंध में गोरखपुर सांसद रवि किशन को पत्र भेजकर इसकी पुष्टि की है।
इस फ्लाईओवर की मांग लंबे समय से GIDA क्षेत्र के उद्योगपतियों और स्थानीय लोगों द्वारा की जा रही थी, जो आए दिन ट्रैफिक की समस्या से जूझते थे। सांसद Ravi Kishan और विधायक प्रदीप शुक्ला इस प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार से स्वीकृति दिलाने के लिए लगातार प्रयासरत थे। इस फ्लाईओवर के बनने से गोरखपुर के औद्योगिक और व्यापारिक Infrastructure को नई दिशा मिलेगी, साथ ही क्षेत्रीय विकास को भी गति मिलेगी। यह परियोजना पूर्वांचल में कनेक्टिविटी और ट्रांसपोर्ट सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
गोरखपुर-सहजनवां फ्लाईओवर परियोजना – संक्षिप्त विवरण
कार्य | विशेषता |
---|---|
परियोजना अनुमोदन | केंद्र सरकार से औपचारिक मंजूरी, नितिन गडकरी की पुष्टि |
बजट आवंटन | 700 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत |
मार्ग विस्तार | गोरखपुर-लखनऊ फोरलेन के बोक्टा से सहजनवां तक |
DPR तैयारी | डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट की प्रक्रिया प्रारंभ, अनुभवी सलाहकार नियुक्त |
ट्रैफिक समाधान | दैनिक जाम की समस्या का स्थायी निजात |
औद्योगिक विकास | GIDA क्षेत्र में नए निवेश और उद्यम स्थापना के अवसर |
सड़क सुरक्षा | बेहतर Road Safety और निर्बाध आवागमन |
लॉजिस्टिक्स सुधार | परिवहन दक्षता में उल्लेखनीय सुधार |
रोजगार सृजन | युवाओं और स्थानीय व्यापारियों के लिए नए अवसर |
स्मार्ट डेवलपमेंट | गोरखपुर को Smart Transit Zone में बदलने की दिशा में कदम |
फ्लाईओवर से ट्रैफिक जाम खत्म, औद्योगिक विकास GIDA को मिलेगा बूस्ट
गोरखपुर से सहजनवां के बीच का मार्ग लंबे समय से ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या से प्रभावित रहा है, जिससे न केवल आम यात्रियों को बल्कि व्यवसायियों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ता था। दिनभर लगने वाले जाम से समय और संसाधनों की बर्बादी आम बात बन गई थी। लेकिन अब प्रस्तावित Elevated Corridor के निर्माण से यह मार्ग पहले की तुलना में ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक हो जाएगा। इससे लोगों का Travel Experience भी सुधरेगा और सड़क पर निर्बाध आवागमन संभव होगा।

इस फ्लाईओवर के चालू होने से गोरखपुर के लॉजिस्टिक्स सिस्टम में तेजी आएगी और ट्रांसपोर्ट की दक्षता में उल्लेखनीय सुधार होगा। इससे Investment के नए अवसर पैदा होंगे, जिससे GIDA औद्योगिक क्षेत्र में कई उद्यम स्थापित होने की संभावनाएं बढ़ेंगी। यह प्रोजेक्ट न केवल एक इन्फ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र के औद्योगिक विकास को गति देने वाला एक परिवर्तनकारी कदम साबित होगा।
डीपीआर प्रक्रिया चालू, निर्माण की तैयारी में तेजी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा भेजे गए पत्र में उल्लेख किया गया है कि गोरखपुर–सहजनवां फ्लाईओवर परियोजना के लिए Detailed Project Report (DPR) तैयार करने की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। इस कार्य के लिए एक अनुभवी सलाहकार की नियुक्ति कर दी गई है, जो तकनीकी विश्लेषण से लेकर लागत आकलन तक सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर काम करेगा। DPR के पूर्ण होते ही इस निर्माण कार्य की औपचारिक शुरुआत कर दी जाएगी, जिससे परियोजना ज़मीन पर उतरने के और करीब पहुंच गई है।
यह फैसला दर्शाता है कि केंद्र सरकार पूर्वांचल में आधारभूत ढांचे को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह फ्लाईओवर सिर्फ एक यातायात परियोजना नहीं, बल्कि गोरखपुर को एक Smart Transit Zone में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके निर्माण से न केवल आवागमन आसान होगा, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों और शहरी विकास को भी मजबूती मिलेगी। यह प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश के विकास नक्शे पर गोरखपुर की स्थिति को और अधिक सशक्त बना सकता है।
Road Safety को बेहतर स्थानीय लोगों को राहत, निवेशकों को मिलेगा नया मौका
बोक्टा से सहजनवां तक बनने वाला यह फ्लाईओवर अब गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र की सबसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं में गिना जा रहा है। यह न सिर्फ Road Safety को बेहतर बनाएगा, बल्कि इस मार्ग से रोज़ सफर करने वाले Daily Commuters को भी जाम और देरी से राहत मिलेगी। लंबे समय से स्थानीय लोगों की यह मांग अब साकार होती दिख रही है, जिससे जनसुविधा में बड़ा सुधार होगा। यह परियोजना गोरखपुर को एक ट्रैफिक-स्मार्ट सिटी में बदलने की दिशा में मजबूत कदम है।
इस फ्लाईओवर का लाभ सिर्फ यात्रियों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह गोरखपुर के आर्थिक विकास को भी नई गति देगा। खासकर युवाओं और स्थानीय व्यापारियों के लिए यह एक Key Role निभाने वाला प्रोजेक्ट साबित होगा। फ्लाईओवर के कारण औद्योगिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा और नए उद्यम शुरू करने के अवसर भी बनेंगे। यह परियोजना क्षेत्र में रोजगार, व्यापार और कनेक्टिविटी तीनों ही स्तरों पर परिवर्तन लेकर आएगी।

फ्लाईओवर की प्रमुख विशेषताएं
गोरखपुर के बोक्टा से सहजनवां तक बनने वाला यह Elevated Corridor क्षेत्र की एक बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना है। इस फ्लाईओवर की अनुमानित लागत ₹700 करोड़ निर्धारित की गई है, जो इसे पूर्वांचल के सबसे महंगे प्रोजेक्ट्स में शामिल करता है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में लगातार लगने वाले ट्रैफिक जाम को खत्म करना और Road Safety को बेहतर बनाना है। फिलहाल इसका DPR निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिसके पूरा होते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
यह फ्लाईओवर गोरखपुर को एक Smart Transit Zone के रूप में विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। इससे न सिर्फ दैनिक यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि व्यापारिक गतिविधियों और निवेश में भी तेजी आएगी। स्थानीय व्यवसायियों और युवाओं को नए अवसर मिलेंगे और रोजगार की संभावनाएं मजबूत होंगी। यह परियोजना गोरखपुर के आर्थिक और सामाजिक विकास को नई ऊंचाई दे सकती है।
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